तीन साल से एक ही दरगाह कर्मचारी जुग रहा कबूतरों का दाना,कार्यालय स्टाफ के टायपिस्ट को दिया जाता है प्रतिदिन 500 रुपये का मेहनताना।
दरगाह कार्यालय स्टाफ द्वारा ड्यूटी चार्ट में सिर्फ 86 कर्मचारियो में से 20 से 25 ही कर्मचारियो की सुविधा सुल्क लेकर बदली जाती है दरगाहो के अंदर ड्यूटी।
दरगाह प्रबंधक व स्टाफ के द्वारा दरगाह के अंदर डयूटी लगाने पर प्रतिमाह लिया जाता मनचाहा मेहनताना।
पिरान कलियर।
अनवर राणा।
पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक में वैसे तो 100 कर्मचारियो से अधिक लोग चपरासी के पद पर तैनात थे ,लेकिन कुछ कर्मचारियो की आकस्मिक मोत होने व दस कर्मचारियो को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की नितिका खण्डेलवाल ने सी सी टी वी कैमरे की फुटेज देखकर जायरीनों से अवैध उगाही व गुल्लक में दान का पैसा न डालने व अपनी जेबो में भरने के मामले में हटाया जा चुका है।अब दरगाह के पास 86 के लगभग कर्मचारी मौजूद होने के बावजूद भी एक पॉइंट ऐसा है जहां पर पूर्व प्रशासनिक अधिकारी तत्कालीन प्रबंधक फुरकान के बाद से एक ही कर्मचारी परवेज कश्मीरी की डयूटी लगाई हुई ओर कश्मीरी की डयूटी तो वैसे लावारिस लाशें दफन करने की ही है ।लेकिन एक दरगाह कार्यालय के टायपिस्ट द्वारा उसकी घरवाली को पूरा दिन कबूतरों पर रखकर जायरीनों को पुड़िया में दरगाह का अनाज 10 रुपये व पच्चास रुलये में बिक्वाकर कई हजार रुपये प्रतिदिन कमाई की जा रही है अब कश्मीरी की घरवाली की मोत हो गयी है तो अब भी उसकी लड़की को पॉइंट पर खड़ाकर अवैध कार्य को अन्जाम दिया जा रहा है।जबकि डॉगह परिसर में डयूटी चार्ट हर महीने फेरबदल कर उन्ही चहेते 25 कर्मचारियो में अदल बदल कर अंदर व परिसर में हफ्ता वसूली कर डयूटी मनमाने दृके लगाई जा रही है बल्कि अब से कुछ माह पहले तक वक्फ बोर्ड सी ई ओ के डयूटी चार्ट पर संस्तुति होती थी लेकिन अब ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की आंख का तारा बने इस बाबू ने प्रबंधक व ज्वाइंट से संस्तुति कराकर ही ड्यूटी लगाने की कार्यवाही को अवैध वसूली कर अन्जाम दिया जा रही है यही नही इस क्लर्क ने दरगाह इमाम साहब में जायरीनों को डोरी बेचने के नाम पर भी दो बाहरी कर्मचारी छोड़कर अवैध उगाही बादस्तूर जारी है।यदि डयूटी वाले कर्मचारी बाहरी लोगो के दरगाह के अंदर या परिसर में जायरीनों से उगाही की शिकायत की जाती है तो उक्त क्लर्क उल्टा दरगाह कर्मचारियो को अधिकारियों का रॉब दिखाकर डरा देता है।लेकिन बड़ा सवाल यह है कि पैसे की इस अंधी लूट में इंसान का जमीर इतना मर गया की कबूतरों के लिये हर साल स्थानीय व बाहरी लोगो द्वारा गेंहू,चावल,बाजरा,आदि अनाज डॉगह को सेकड़ो कुंतल अनाज दान में दिया जाता है उसकी कोई रशीद भी दरगाह कार्यालय से आजकल नही काटी जाती हर अनाज को भी बाजार में बेचा जा रहा है।जो अनाज 4 या पांच कुंतल मौके पर रखा जाता है उसको अक़ीदद मन्द लोग पच्चास रुपये पुड़िया बांधकर बेचा जा रहा है ओर लोग साबरी कबूतर मानते हुवे बड़ी आस्था के साथ इनसे ही अनाज खरीदते है ओर वही अनाज इन कर्मचारिगो के पास वापिस कबूतरों के खिलाने के नाम पर आ जाता है।पच है वर्षो में इन तीन साल के कार्यक्रम में दरगाह कर्मचारियो की दरगाह को नुकसान व अपनी लूट करने के काम को बाखूबी अंजाम दिया जा रहा है निसे कोई अधिकारी पूछने व जांच कराकर कार्यवाही करने की भी कोशिश नही कर रहा है।अब आई ए एस अधिकारी वक्फ बोर्ड मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अहमद इकबाल से आस्थावान लोग मांग करना चाहते है कि दरगाह में स्टाफ द्वारा की जा रही खुली लूट को रोकने का कोई कदम उठाये ओर कोन स्टाफ का आदमी कर्मचारियो को खुली छूट देकर पैसा कमाई में लगा है उसके खिलाफ तत्काल कार्यवाही करें।आस्थावान व डॉगह अक़ीददत मन्द लोग जल्दी ही वक्फ बोर्ड सी ई ओ से मिलकर इस पूरे मामले में कार्यवाही की मांग करेंगे।