साबरी उर्स में 15 दिन शेष,तैयारियों के नाम पर दरगाह प्रशासन मोन,सुविधाओ को लेकर क्या करेंगे लाखो जायरीन।

साबरी उर्स में 15 दिन शेष,तैयारियों के नाम पर दरगाह प्रशासन मोन,सुविधाओ को लेकर क्या करेंगे लाखो जायरीन।

साबरी उर्स में 15 दिन शेष,तैयारियों के नाम पर दरगाह प्रशासन मोन,सुविधाओ को लेकर क्या करेंगे लाखो जायरीन।
रुड़की /पिरान कलियर
चो0 अनवर राणा
विश्व प्रशिद्ध दरगाह साबिर पाक के सालाना उर्स शुरू होने में महज पन्द्रह दिन बचे है,ओर दरगाह प्रशासन जायरीनों की सुविधाओ के लिये होने वाले कार्यो को अन्जाम न देकर अधिकारियों को भृमित करने में इसलिये लगा हुआ है की उर्स में जायरीन ज्यादा होने से डॉगह कर्मियों की भी ज्यादा जरूरत पड़ेगी ,जबकि पूर्व के सभी प्रबंधकों ने सी ई ओ वक्फ बोर्ड को रिपोर्ट कर बताया था कि दरगाह के पास 100 कर्मचारी आवयश्यक्ता से अधिक है क्योंकि ड्यूटी चार्ट में सिर्फ तीनो दरगाहों पर 25 ही कर्मचारियो की ड्यूटी हमेशा बदली जाती रही है।अब कुछ कर्मचारियो के मरने व कुछ कर्मचारियो को जायरीनों से ठग्गी करते ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा सी सी टी वी कैमरे की किलिपिंग में पकड़ा जाने से हटाने के बावजूद भी लगभग 86 कर्मचारियो की फ़ौज दरगाह के रेकॉर्ड में दर्ज है लेकिन पूरे दिन भी कोई अधिकारी यह नही बता सकता कि दरगाहो के अंदर ड्यूटी देने वालो के अलावा कर्मचारियो की ड्यूटी कहाँ है ओर वो पूरे दिन क्या करते है जबकि तनख्वाह सुपरवाइजर इनकी हर माह तनख्वाह बनाकर अवैध कमाई कर रहा है ओर इन नकारा कर्मियों के पास दो दो कमरे दरगाह के रखे हुवे है।जिसका सीधा नुकसान दरगाह की आय को एक सोची समझी साजिस के तहत दरगाह प्रशासन व स्टाफ से मिली भगत कर नुकसान दिया जा रहा है।क्योंकि जिन कर्मचारियो को डॉगह कार्यालय स्टाफ उर्स की व्यस्तता दिखाकर अधिकारियों से सेट कराना चाहता है उनसे कार्यालय स्टाफ ने पूर्व में ही अधिकारियों के नाम पर दक्षणा वसूल की हुई बताई जा रही है। उर्स शुरू होने में चन्द दिन शेष है लेकिन दरगाह क्षेत्र से सबसे बड़ी परेशानी अवैध अतिक्रमण,आहता नक्कारखाने से अवैध दुकान जिनकी रशीद भी तीन साल से नही काटी गयी है ।क्योंकि उर्स के समय मैन गेट होने के कारण वहां पर यात्रियों का सबसे ज्यादा दबाव वही पर होता है ।अधिकारियों द्वारा हर साल हटाने के आदेश किये जाते है लेकिन स्टाफ अवैध वसूली कर बचा देता है।सरकारी व दरगाह की जमीनों से हर साल हटाया जाने वाला अवैध अतिक्रमण जहां पर उर्स की मार्किट व टेंट ,अस्थायी दुकान लगाई जाती है तथा सबसे मैंन जगह पीपल चोक पर जीरो जोन खाली कराना जिससे मेला कोतवाली व आने वाले जायरीनों को राहत मिल सके आदि कार्य भी अभी दरगाह कार्यालय की धींगामुश्ती की भेंट चढ़े हुवे है।अब देखना यह है की अधिकारी समय रहते अवैध अतिक्रमण व आहता नक्कारखाने से अवैध कब्जे हटा पता है या नही।

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