गंगोह उप चुनाव से सरकार बनेगी न गिरेगी बस वजूद बचाने की लड़ाई में पिछड़ी कयादत। बसपा ,भाजपा व सपा के तिरकोणीय मुकाबले में फंसी कोंग्रेस

गंगोह उप चुनाव से सरकार बनेगी न गिरेगी बस वजूद बचाने की लड़ाई में पिछड़ी कयादत। बसपा ,भाजपा व सपा के तिरकोणीय मुकाबले में फंसी कोंग्रेस

गंगोह उप चुनाव से सरकार बनेगी न गिरेगी बस वजूद बचाने की लड़ाई में पिछड़ी कयादत।
बसपा ,भाजपा व सपा के तिरकोणीय मुकाबले में फंसी कोंग्रेस
गंगोह/सहारनपुर
चो0 अनवर राणा।
गंगोह उपचुनाव सम्पन होने में महज पांच दिन का समय शेष रह गया है ओर सभी पार्टीयो ने अपने अपने प्रचार प्रसार को गति देकर जनता को अपने कब्जे में करने का पूरा प्रयास तेज कर दिया है।गंगोह की जनता भी प्रतियासी की जीत के समीकरणों पर बारीकी से नजर गड़ाकर जीत हार का आंकलन कर वोट देने का मन बनाती दिखाई दे रही है।क्योंकि सत्ताधारी भाजपा इस सीट को किसी भी किम्मति पर खोना नही चाहती इसीलिये यहां हिंदुत्व की दुहाई व मंत्री से सन्तरी लगाकर जनता को अपने पक्ष में करने में लगी है ।वही सपा प्रतियासी चो0 इन्द्रसेन भाजपा के कीरत सिंह को बाहरी प्रतियासी होने व गुज्जर व मुस्लिम के समीकरण पर जीत की कवायद में लगा है।अब रही बात कोंग्रेस प्रतियासी नोमान मसूद भी परिवार की खोई जा चुकी राजनीतिक प्रतिष्ठा को भुनाने के चक्कर में अपने कयादत कहे जाने वाले भाई पूर्व प्रदेश कोंग्रेस उपाध्यक्ष इमरान मसूद के सहारे मुस्लिमो के बल पर जितने के लिये एड़ी चोटी का जोर लगाकर बसपा पार्टी के प्रतियासी मुस्लिम गुज्जर नेता चो0 इरशाद की जीत में बाधा पहुंचाने का काम करने की नीति पर काम कर जनता को भृमित कर नारे के सहारे कि इस चुनाव से सरकार बनेगी या गिरेगी ऐसा नही बस वजूद बचाने के लिये कोंग्रेस को वोट दे दो।इससे स्पष्ट है कि कोंग्रेस प्रतियासी मुकाबले से बाहर मानकर ही इस तरह का प्रचार करने में लगे है जिससे भाजपा को लाभ पहुंचाया जा सके।क्योंकि चौधरी परिवार व काजी परिवार का आज तक का इतिहास है कि इन्होंने किसी अन्य मुस्लिम को गंगोह की राजनीति में खड़ा नही होने दिया क्योंकि इन दोनों ही परिवारों की राजनीति मुस्लिमो के आधार पर चलती आ रही है।अब समय बदला ओर मुस्लिमो के नेताओ ने गंगोह की राजनीति में कदम रखा तो अब इन्हें वजूद की लड़ाई भी याद आने लगी है।हार जीत तो चौबीस अक्टूबर को ही बताएगी किसका वजूद बचता है ओर कोन मुकाबले में आता है लेकिन अब तक के रुझान से लग रहा है कि गंगोह उपचुनाव में तिरकोणीय मुकाबला होने की सम्भावना से भी मना नही किया जा सकता कोंग्रेस पिछड़ती नजर आ रही है,तभी कयादत को वजूद की बात मीटिंग के दौरान कहते सुना जा रहा है।

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