*कथित बुद्धिजीवी का असली चेहरा आया सामने,, कब्जाई जमीन से हो रही थी अवैध उगाई*
पिरान कलियर।
दरगाह हितैषी होने का दम भरने वाला एक कथित बुद्धिजीवी ही दरगाह की आय को नुकसान देने और अपनी जेबें भरने पर आमादा हो चुका है। दरगाह की दुकानें कब्जाने और मेले में कब्जाई जमीन से अवैध उगाई करने का मामला यूं तो पहले भी प्रकाश में आ चुका है, लेकिन दोहरा चरित्र लेकर कथित बुद्धिजीवी अपने आपको दरगाह हितैषी होने का ढोंग रचता रहता है। जानकारी के अनुसार पिरान कलियर में दरगाह साबिर पाक का उर्स/मेला चल रहा है। जिसमे ऐसे लोगो की सच्चाई उजागर हुई है जो अपने आपको दरगाह का सच्चा हितैषी होने का अलाप लगाते नही थकते है। एक कथित बुद्धिजीवी जो अपने आपको दरगाह हितैषी होने का दावा करता है उक्त कथित हितैषी ने ही दरगाह की जमीन पर अपना कार्यालय अवैध रूप से रखा हुआ है, इसके साथ ही मैन बाजार में एक दुकान पिछले लम्बे अरसे से कब्जाई हुई है, हद तो तब हो गयी जब गाड़ी खड़ी करने के नाम पर कब्जाई जमीन से मेले में अवैध उगाई का मामला प्रकाश में आया, सूत्र बताते है कि उक्त जमीन पर कथित बुद्धिजीवी ने फड़ लगवाकर हाजरो की अवैध उगाई की,, जबकि इससे पूर्व वर्ष में भी उक्त स्थान से हाजरो की रकम डकार ली गई। ऐसे में जब उक्त जमीन पर लगे फड़ स्वामी से किराया मांगा गया तो मालूम हुआ कि उक्त जमीन से किराया कथित बुद्धिजीवी ने ले रखा है। ये बात जब कथित बुद्धिजीवी के कानों तक पहुँची तो वह भड़क गया और अपने आपको वरिष्ठ बुद्धिजीवी बताते हुए रौबगलिब करने लगा। आसपास के लोगो ने जब कथित हितैषी का ये रूप देखा तो वह हैरत में रह गए। हितैषी होने का दम भरने वाले कि पोल खुली तो वह भी सफाई देते नही थका,, दरगाह से अक़ीदत का ढोंग दिखाने वाले ऐसे बुद्धिजीवी का असली चेहरा सामने आने पर लोग भी हैरत में है। दोहरा चरित्र लेकर ये हितैषी किस हद तक गिर सकते है इसका अंदाजा लगाया जाना नामुमकिन है।