*सीईओ वक्फ द्वारा नियुक्त प्रबंधक हारून के द्वारा आय को जानबूझ कर पहुंचाया जा रहा नुकसान ,,,,,,,,टीम के साथ खाने पीने में बीता रहा समय,,,,।*

*सीईओ वक्फ द्वारा नियुक्त प्रबंधक हारून के द्वारा आय को जानबूझ कर पहुंचाया जा रहा नुकसान ,,,,,,,,टीम के साथ खाने पीने में बीता रहा समय,,,,।*

*सीईओ वक्फ द्वारा नियुक्त प्रबंधक हारून के द्वारा आय को जानबूझ कर पहुंचाया जा रहा नुकसान ,,,,,,,,टीम के साथ खाने पीने में बीता रहा समय,,,,।*

*ठेकेदारों व फर्जी खादिमो से सांठगांठ कर खेला जा रहा बड़ा खेल,,,।*

रुड़की।
*अनवर राणा।*
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उत्तराखण्ड वक्फ मुख्य कार्यपालक अधिकारी अहमद इक़बाल (आई ए एस) द्वारा दरगाह प्रबंधक की नियुक्ति होने के उपरांत से ही व्यवस्थाओं ओर दरगाह की आय को जानबूझ कर नुकसान पहुंचाने पर तुले है प्रबंधक व उसकी टीम में शामिल भाई व रिस्तेदार हर समय साये की तरह प्रबंधक का घेरा लगाकर कार्यालय में ही खाना पीना कर हर उस कार्य को अंजाम देने पर लगे हुवे है जिससे दरगाह की आय का बड़ा नुकसान हो रहा है।जबसे ये सहायक अध्यापक हारून प्रबंधक तैनात किया गया है,तभी से दरगाह परिसर में झगड़े व फर्जी खादिमो की बाढ़ आयी हुई है।जबकि सी ई ओ वख्फ बोर्ड़ अहमद इकबाल (आई ए एस) द्वारा फर्जी खादिमो के खिलाफ कार्यवाही करने के कई बार लिखित आदेश प्रबंधक को दिये जा चुके है।यह हाल जब है तब प्रबंधक द्वारा सीसीटीवी कमरों की एलसीडी अपने कार्यालय में इस उद्देश्य से लगवाई गयी है कि फर्जी खादिमो पर नजर रखी जा सके।लोगो मे चर्चा यह है कि आखिर प्रबंधक क्यों फर्जी खादिमो व अव्यवस्थाओं पर अंकुश नही लगा पा रहे है ,कहीं फर्जी खादिमो व ठेकेदारों से सांठगांठ कर तो ये खेल नही खेला जा रहा हो ऐसी चर्चा क्षेत्र में व्याप्त हो रही है।

उत्तराखंड