बसपा नेताओ की किसान आंदोलन को लेकर चुप्पी पर आगामी 2022 में किसान बतायेगा औकात,,,,।
रुड़की।
अनवर राणा।
भारत देश का किसान भाजपा द्वारा जबरदस्ती थोपे गये तीन बिलो के विरोध में धरना प्रदर्शन जगह जगह करने पर मजबूर होकर बिलो को सरकार के द्वारा वापिस लेने की पुरजोर मांग पर अड़ा हुआ है।देश का पूरा विपक्ष भी किसानों के मुद्दे पर एकजुट होकर संसद से सड़क तक भाजपा सरकार के बिलो के खिलाफ उतरा हुआ है।वही उत्तराखण्ड प्रदेश सहित अधिकतर जगह पर बसपा के नेताओ की चुपी ओर आंदोलन से किनारा करने की चर्चा जोरों पर हो रही है। किसान भी अपनी पंचायतों के माध्यम से स्पष्ट एलान कर चुके है कि जो संगठन व पार्टी किसानों के हितों को देखकर आज साथ नही दे रही उनको आगामी विधान सभा 2022 व अन्य चुनाव में किसान भी एकजुट होकर उनकी औकात बताने से पीछे नही हटेगा। प्रदेश बसपा पार्टी किसानों की आवाज को बुलन्द करने में बिल्कुल असमर्थ नजर आ रही है।