मजिस्ट्रेट की आमद से कार्यालय से भाग गेस्ट हाउस में क्यों छिपे दरगाह प्रबंधक,कार्यालय पर रहा सन्नाटा,,,।

मजिस्ट्रेट की आमद से कार्यालय से भाग गेस्ट हाउस में क्यों छिपे दरगाह प्रबंधक,कार्यालय पर रहा सन्नाटा,,,।

मजिस्ट्रेट की आमद से कार्यालय से भाग गेस्ट हाउस में क्यों छिपे दरगाह प्रबंधक,कार्यालय पर रहा सन्नाटा,,,।

सिर्फ दुकान न01 व 2 पर दरगाह कर्मी अन्य ठेको का पैसा प्रबंधक की जेब मे,,,।
रुड़की
अनवर राणा।
पिरान कलियर कार्यालय पर शनिवार शाम को उस समय अफरा तफरी का माहौल हो गया जब सीईओ वक्फ बोर्ड के निर्देश पर एसडीएम रुड़की की हुई पूर्व जानकारी के अनुसार आज कलियर आना तय था।लेकिन किन्ही कारणों से एसडीएम रुड़की तो नही पहुंच पाए बल्कि रविदास जयंती के जलूस को निकालने को लेकर तहसीलदार/मजिस्ट्रेट लक्सर व सीओ पुलिस रुड़की की गाड़ी रुकी ओर अधिकारी कलियर थाने पर मीटिंग करने पहुंचे थे।इतना सुनकर चोर की दाढ़ी में तिनका वाली कहावत चरितार्थ कर प्रबंधक हारून अली एक परिचित को बुलाकर वहां से उसकी गाड़ी पर बैठ कर रफ्फूचक्कर बन एक स्थानीय गेस्ट हाउस में जाकर छिप गये ओर जबतक मीटिंग कर अधिकारी वापस नही हुवे तब तक प्रबंधक भी वही छिपे रहे।क्योंकि क्षेत्र में यह चर्चा चल रही थी कि दरगाह के ठेकेदारों के समय पूरा होने पर सभी ठेको पर दरगाह कर्मचारियों के द्वारा चलाने का भरम फैलाकर ठेको पर मन मुनासिब रकम तय कर अन्य ठेकेदारों के बैठाने व दरगाह खाते में कोई पैसा दो दुकानों 1 व 2 के अलावा जमा न कर प्रबंधक कुछ ठेको को फिरी दिखाकर रकम को गबन कर अपनी जेबो में डाल रहा है,जिसकी जांच को आज एसडीएम रुड़की की आमद थी।इसलिये प्रबंधक अपने खिलाफ कार्यवाही से बचने के लिये कार्यालय छोड़कर एक गेस्ट हाउस में छिपने की चर्चा जोरशोर से हो रही है।इस घटना व पूरे प्रकरण पर कुछ मीडिया कर्मी भी मैनेज किया जाना बताया जा रहा है।जिससे दरगाह को लगभग 1.50 लाख का नुकसान 23 फरवरी2020 से प्रतिदिन उठाना पड़ रहा है।अब देखना यह है कि उच्च अधिकारी प्रबंधक के द्वारा किये जा रहे गबन पर कोई कार्यवाही कर पाएंगे या नही।

उत्तराखंड