जिनके सेवादारों के सामने आयरन लेडी इंद्रा गांधी सरीखे नेता होते थे नतमस्तक,,,,अब नेताओं की दस्तार व स्वागत के लिए कड़ी धूम में साबरी झंडे लेकर जोह रहे राह जोह …..।
रुड़की/कलियर
अनवर राणा
समय के हुक्मरान कहे जाने वाले कथित सेवादारों का म्यार कहा पहुँचा ये इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिनके सामने आयरन लेडी इंद्रा गांधी जैसी शीर्ष नेता नतमस्तक होती थी आज वही सेवादार शीर्ष नेताओं के अधीनस्थ नेताओं की राह में कड़ी धूप तक झेलने को तैयार है। स्वागत करने के लिये तेज धूप में आस्थावान दरगाह की सफाई करने वाले लोगो को साथ लेकर विधायक के काफिले का इंतजार घण्टो करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।ओर अपने निजी मफाद व दरगाह साबिर की संपत्ति को कब्जे में लेने के लिये कथित सेवादारों को उन सफाई कर्मियों जिनका विधान सभा क्षेत्र में वोट भी नही बताया जा रहा है साथ मे खड़ा क्यो करने की नोबत आई इस बात की चर्चा व्याप्त तो हो ही रही है,वही सेवादारों के रुतबे व म्यार पर भी प्रश्न चिन्ह लगा रहा है।आखिर साबीरी सिलसिले के सेवादारों को ऐसी कौंन सी चीज है जो ऊपर उठने की बजाय नीचे गिर रही है,जो शायद सिलसिले के भी खिलाफ है ओर उस सेवादार परिवार के म्यार के भी खिलाफ है जिसकी चर्चा इतवार के रोज हर तरफ सुनाई दे रही थी।