जिला पंचायत बढ़ेडी सीट पर जीत की इबारत लिखने को बेताब कलमदवात,या कैंची काटेगी भाजपा व निर्दलीय की डोर,,,

जिला पंचायत बढ़ेडी सीट पर जीत की इबारत लिखने को बेताब कलमदवात,या कैंची काटेगी भाजपा व निर्दलीय की डोर,,,

जिला पंचायत बढ़ेडी सीट पर जीत की इबारत लिखने को बेताब कलमदवात,या कैंची काटेगी भाजपा व निर्दलीय की डोर,,,
रुड़की।
अनवर राणा
जिला पंचायत हरिद्वार की सीट बढ़ेडी राजपुतान पूर्व में दौलतपुर के नाम से थी मजेदार बात यह है कि इस सीट पर पिछले चुनाव में भी मरहूम सकील प्रधान बसपा व राव अजमत निर्दलीय सजातीय प्रत्यासी होने ओर कॉंग्रेस से हाजी सईद हसन मलिक के तिरकोणीय मुकाबले में निर्दलीय भूपसिंह ने जीत की बाजी कुछ अंतर से जीत ली थी ओर बाद में वे भी कॉंग्रेस में शामिल हो गये थे।राव अजमत व राव सकील प्रधान के परिवार की राजनीतिक अदावत भी पहले से ही जगजाहिर है।अब राव सकील की राजनीतिक विरासत के वारिस बड़े बेटे सम्भाल रहे है ओर अपने भाई की पत्नी को कॉंग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतार दिया है जिनका चुनाव चिन्ह कैंची मिला है।राव अजमत का परिवार भी एकजुटता से निर्दलीय ही चुनाव मैदान दोबारा से उतर कर जीत को हासिल करने के लिये कोई कोर कसर बाकी नही छोड़ना चाहता ओर उनका चुनाव चिन्ह कलम दवात है। किन्ही कारणों से हाजी सईद हसन मलिक इस बार जिला पंचायत चुनाव नही लड़ रहे है।इस सीट से इस बार बसपा समर्थित कोई घोषणा नही हुई फिर भी कॉंग्रेस का टिकट न मिलने से नाराज निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य भूपसिंह आदि लोग भी भाजपा प्रतियासी के अलावा चौथा प्रतियासी चुनाव मैदान में उतारकर चुनाव को चोकोनिय बनाने की जुगत में है।जहां कॉंग्रेस से लड़ रहे आजम सकील का कहना है कि हमारे चुनाव चिन्ह कैंची से ही अन्य प्रतियासियो की डोर कटेगी वहीं राव अजमत भी आखिर खांटी राजपूत हैं उनका कहना है कि क्षेत्र की जनता का सहयोग व कलम दवात से ही जीत की इबारत लिखी जायेगी।अब जीत हार का फैसला तो आने वाले 26 सितम्बर को ही होगा लेकिन कलम दवात कहीं कैंची पर भारी न पड़ जाये।

उत्तराखंड