जायरीन परेशान न होता अगर दरगाह प्रबंधन बेईमान न होता,,

जायरीन परेशान न होता अगर दरगाह प्रबंधन बेईमान न होता,,

जायरीन परेशान न होता अगर दरगाह प्रबंधन बेईमान न होता,,

पुलिस प्रशासन ने मुस्तेदी दिखाई ,जिम्मेदारों ने मलाई खाई ओर दरगाह को उर्स में हुआ करोड़ो का नुकसान जिम्मेदार कौन,,,?

प्रबंधक हर सवाल पर ठहराते है एसडीएम को जिम्मेदार,,,माजरा क्या है?

रुड़की/कलियर
अनवर राणा
पिरान कलियर उर्स 2022 को सम्पन कराने में जहां पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन ने वार्षिक उर्स की तैयारियों को लेकर लगभग एक माह पूर्व कलियर में डेरा डाल दिया था कि उर्स में आने वाले देश विदेश के जायरीनों को कोई असुविधा न हो वही इस बार के उर्स में दरगाह प्रबंधन ने जायरीनों के लिये पीने के पानी ,बिजली ,साफ सफाई व शौचालय पर कोई ध्यान ने देकर दरगाह को जानबूझ कर करोड़ो का नुकसान उर्स में दरगाह को होने वाली दुकानों की रशीद से आय को तहबाजारी व जमीदारो को आधे पर सौंप कर नुकसान पहुंचाने का काम किया है।वहीं जो आस्थावान लोग हर साल अपने तम्बू लगाकर साबरी लंगर तकसीम करते थे उस जगह पर दरगाह का बाजार बताकर 160 दुकान ठेकेदारों की मार्फ़त ब्लेक करने के मंसूबे से दी गयी अब उर्स सम्पन होने के बावजूद वर्क ऑर्डर के हिसाब से बाजार ठेकेदारों ने पैसा जमा किया या नही उर्स क्षेत्र की दुकानों से रशीद काटी गई या नही इसका कोई जवाब दरगाह प्रबंधक व स्टाफ पर नही है ओर तो क्या जो फर्जी खादिम एसडीएम के आदेश पर भी बाहर नही निकल रहे है इन सब बातों का *जवाब दरगाह प्रबंधक पर है कि एसडीएम साहब रुड़की से बात करो वही जवाबदेह है।अब सवाल यह उठता है कि यहां पर हो रही अव्यवस्था का ओर दरगाह की आय को जानबूझ कर नुकसान पहुंचाने का जिम्मेदार कौन है?*

उत्तराखंड