सुहेब गेस्ट हाउस में हजरत शाह सकलेन मियां की दीन की रोशनी में हुई महफ़िल,,,,।
सुहेब गेस्ट हाउस में हजरत शाह सकलेन मियां की दीन की रोशनी में हुई महफ़िल,,,,। जिसका जो मुस्तहिक़ नही उसको उसका मुस्तहिक़ बनाना भी गलत,,,। पिरोमुर्शद को हजूर किबला से नवाजना सही या गलत,,,? रुड़की।…